जय
महाकाल,
नमस्कार दोस्तों
आज फिर आप सबका मेरे ब्लाग में स्वागत है।
आज हमारे चर्चा का विषय उस वीर योद्धा पर है जिसने सर झुकाने से अच्छा सर कटवाना समझा | जिसे केवल छल से ही मारा जा सका| जिसने मुगल बादशाह शाहजहां को बता दिया कि आज अगर उनका अस्तित्व है तो वह केवल राजपूतों के बचाव की वजह से है। दोस्तों मैं बात कर रहा हूं मारवाड़ शिरोमणि और मेवाड़ शिरोमणि महाराणा प्रताप के प्रपौत्र यानी नाती अमर सिंह राठौर की| आइए हम इनके जीवन के बारे में थोड़ा और विस्तार से जानें|